रिपब्लिक भारत न्यूज़ 27-07-2024
जानकारी के मुताबिक कठवार पंचायत के ग्रामीणों ने पंचायत कार्यों में धांधली की शिकायत 5 जनवरी 2024 को उपायुक्त सिरमौर को सौंपी थी। जिसके उपरांत प्रशाशन ने वित्तीय अनियमितताओं की जांच शुरू की।
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार अमृत सरोवर घुंडाना, श्मशानघाट घुंडा
इसके अलावा 15वें वित्तायोग के तहत सुरेश कुमार की भूमि के लिए 2020-21 में 1.50 लाख रुपये के सिंचाई टैंक की स्वीकृति हुई थी। इस कार्य में डेढ़ लाख रुपये खर्च दिखाया गया। जबकि मौके पर हुए कार्य और माप पुस्तिका में दर्ज कार्यों को जांच कमेटी ने भिन्न पाया। पंचायत सचिव ने इस कार्य का जियो टैग नहीं किया था। इसके साथ-साथ गड़ोली खड्ड में फुट ब्रिज के निर्माण में भी धांधली बरती गई, जिसके मस्ट्रोल ही जारी नहीं किए गए।
वहीं, विकास खंड शिलाई की नाया पंजोड़ पंचायत के प्रधान लायकराम पर भी लाखों रुपये की धांधली के आरोप साबित हुए हैं। जांच कमेटी ने लिंक रोड़ के निर्माण में 19.31 लाख रुपये की धनराशि का दुरूपयोग पाया है। लिंक रोड़ मिगनवाड़ी-दिगवाली-मौ
शिकायत के बाद सहायक अभियंता ने सड़क का मूल्यांकन किया तो सभी खर्च मिलाकर इसकी लागत 4.62 लाख रुपये आंकी यानी इस कार्य में अंकेक्षण कमेटी ने लाखों रुपये की भिन्नता पाई और मौके पर कार्य नाममात्र पाया। जांच पूरी हो जाने के बाद कमेटी ने अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी।
इन अनियमतिताओं में तत्कालीन पंचायत सचिव चंदन सिंह और ग्राम रोजगार सेवक मंशाराम भी उतरदायी पाए गए हैं। उधर, डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने दोनों पंचायतों के प्रधानों को विकास कार्यों में भारी वित्तीय अनियमितताओं के चलते निलंबित करने की पुष्टि की है।