रिपब्लिक भारत न्यूज़ 25-10-2024
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज करने का फैसला लिया है। कर्मचारियों ने राज्य सरकार को अपनी साथ मांगों से अवगत करवाया था, जो अब तक पूरी नहीं हुई हैं। ऐसे में अब हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारी-इंजीनियर संयुक्त मोर्चा ने 28 अक्टूबर को धरना-प्रदर्शन करने का मन बना लिया है।
बिजली बोर्ड कर्मचारी प्रदेश भर में दोपहर 1:30 बजे एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे। यहीं भविष्य की योजना भी तैयार होगी। ऐसे में सोमवार को बिजली बोर्ड के कर्मचारी राज्य सरकार को बड़ा झटका दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि अगर राज्य सरकार ने इस गतिरोध को खत्म करने की कोशिश नहीं की, तो आने वाले वक्त में कर्मचारी राज्य में ब्लैक आउट की तरफ बढ़ सकते हैं।
हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारी-इंजीनियर संयुक्त मोर्चा के संयोजक सह संयोजक हीरा लाल वर्मा ने बताया कि संयुक्त मोर्चा की आपात बैठक में राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया गया है। बिजली बोर्ड को विघटित कर निजी कंपनियां को देने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में बिजली बोर्ड से 51 पदों को खत्म किया गया है, जो सरासर गलत है।
हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारी-इंजीनियर संयुक्त मोर्चा ने इसके पीछे बिजली बोर्ड को अस्थिर करने की आशंका भी जाहिर की है। अपनी मांगें पूरी ना होने की वजह से बिजली बोर्ड के कर्मचारियों में भारी रोष है। इससे पहले जनवरी महीने में ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली को लेकर भी बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने बाद धरना प्रदर्शन किया था। हालांकि बाद में सरकार की ओर से आश्वासन मिलने के बाद इसे खत्म कर दिया गया, लेकिन अब तक बिजली बोर्ड कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली भी नहीं हो सकी है।