अधिकारी मंत्रियों के इर्द-गिर्द , जनता भगवान भरोसे
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 20-11-2025
हिमाचल प्रदेश का जिला ऊना आज कानून-व्यवस्था के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। जिला लगातार गोलीकांडों, गैंगवार और आपराधिक घटनाओं से दहल रहा है, और सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।

ऊना में अपराधियों और खनन माफिया के गठजोड़ ने जिले को ‘जंगलराज’ में तब्दील कर दिया है। कल रात का ताज़ा गोलीकांड इस बात का गम्भीर संकेत है कि अपराधियों को न तो कानून का डर है और न ही सरकार या प्रशासन की कोई परवाह।
खनन माफिया खुलेआम हथियारों के दम पर दहशत फैला रहा है, और प्रशासन सिर्फ मूकदर्शक बना हुआ है।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्वामी विवेकानन्द सेवा ट्रस्ट चिंतपूर्णी के अध्यक्ष गौरव कुमार ने आरोप लगाया कि ऊना प्रशासन आज अपनी मूल जिम्मेदारियों से पूरी तरह दूर भाग रहा है। अधिकारी जनता की सुरक्षा देखने के बजाय मंत्रियों के आगे-पीछे घूमने, सरकारी कार्यक्रमों में नाच-गाने, और सेल्फी संस्कृति में व्यस्त हैं। ऐसा लगता है मानो प्रशासन का काम आम जनता नहीं, बल्कि सत्ताधारियों की चापलूसी रह गया है।
गौरव कुमार ने सीधे सवाल उठाए क्या ऊना में बढ़ते गोलीकांड सरकारी संरक्षण के बिना संभव हैं? क्या खनन माफिया इतना शक्तिशाली इसलिए हुआ है क्योंकि उसे सत्ता का आशीर्वाद प्राप्त है? क्या अपराधियों को पकड़ने के बजाय सरकार उनकी सुरक्षा ढाल बन चुकी है? जिले के हालात साफ बताते हैं कि सरकार का नियंत्रण कमजोर हो चुका है और अपराध के सामने प्रशासन घुटने टेक चुका है।
ऊना को जंगलराज से निकालने के लिए सख्त कार्रवाई जरूरी,यदि सरकार ने खनन माफिया की पैठ तोड़ने, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने और प्रशासन को जवाबदेह बनाने में तुरंत कदम नहीं उठाए, तो ऊना जिला अराजकता के दलदल में और गहराई तक धँस जाएगा।यदि हालात ऐसे ही रहे तो ऊना आने वाले समय में अपराध का गढ़ बन जाएगा।


