राष्ट्रीय सैन्य अकादमी देहरादून से शेष बचे एक वर्ष के प्रशिक्षण बाद भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में होंगे शामिल।
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 30-05-2025
आज गिरिपार एक अन्य सफलता की तरफ अग्रसर। शिलाई के लोजा मानल से संबंध रखने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल जगत सिहं चौहान व शिक्षिका माता मोनिका चौहान के होनहार सपूत विवेक सिंह चौहान ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) पुणे से स्नातक की डिग्री सफलतापूर्वक हासिल कर ली है। इस कड़ी में अब अगले एक वर्ष का प्रशिक्षण राष्ट्रीय सैन्य अकादमी (IMA) देहरादून से पूरा कर अधिकारी के रूप में नियुक्ति होगी।
संनद रहे कि भारतीय सैन्य अकादमी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। आज पुणे स्थित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में 148वें पासिंग आउट परेड (POP) का आयोजन भव्य रूप से किया गया। जहां मिजोरम के राज्यपाल जनरल (डॉ) वीके सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम (सेवानिवृत्त) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस ऐतिहासिक अवसर पर लगभग 300 से अधिक पुरुष कैडेट्स के साथ-साथ 17 महिला कैडेट्स के पहले बैच ने सफलतापूर्वक एनडीए से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इस क्रम में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरिपार की उप-तहसील रोनहाट के लोजा-मानल निवासी कैडेट विवेक सिंह चौहान ने भी अपने तीन वर्षीय सैन्य प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर यह गौरव प्राप्त किया है।
ज्ञात हो कि एनडीए से स्नातक बनने के बाद अब कैडेट विवेक सिंह चौहान को आगामी एक वर्ष तक देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (Indian Military Academy) में गहन सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। जिसके बाद वह भारतीय सेना में स्थाई रूप से अधिकारी नियुक्त होंगे।
पूर्व सैनिक वीरेंद्र सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह ठंडू ने बताया कि यह उपलब्धि केवल परिवार ही नहीं अपितु क्षेत्र एवं जिले और समस्त प्रदेश के लिए अत्यंत गौरव का विषय है। कैडेट विवेक सिंह चौहान की यह यात्रा न केवल युवा पीढ़ी को प्रेरणकी।देगी बल्कि यह भी सिद्ध करती है कि परिश्रम, अनुशासन और देशभक्ति के जज्बे साथ कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर विवेक के पिता लेफ्टिनेंट कर्नल कर्नल जे. एस. चौहान, माता मोनिका चौहान, चाचा सुरेश चौहान, चाची गुलशन चौहान और विवेक के बड़े भाई रजत चौहान भी उपस्थित रहे।
पूर्व सैनिक वीरेंद्र सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह ठंडू ने विवेक सिंह चौहान के आगामी एक वर्ष के शेष बचे सैन्य प्रशिक्षण के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।