रिपब्लिक भारत न्यूज़ 17-11-2024
16 नवंबर को पंजाब विश्वविद्यालय के लॉ ऑडिटोरियम में सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ का वार्षिकोत्सव ‘एक शाम सिरमौर के नाम’ का आयोजन दिव्यता और भव्यता के साथ हुआ।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री और वर्तमान पांवटा विधानसभा के विधायक चौधरी सुखराम उपस्थित रहे, जबकि गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में पच्छाद विधानसभा की विधायक रीना कश्यप, समाजसेवी एवं उद्योगपति श्री नेतर चौहान, समाजसेवी और अधिवक्ता सुरेंद्र हिंदुस्तानी, और अन्य गणमान्य अतिथि समारोह में शामिल हुए।
समारोह की शुरुआत सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ के अध्यक्ष फकीर चंद चौहान के उद्घाटन संबोधन से हुई, जिसमें उन्होंने देवभूमि हिमाचल के प्रमुख देवताओं शिरगुल महाराज और माँ रेणुका जी के आशीर्वाद का आह्वान किया। उन्होंने एसोसिएशन के सभी कार्यकर्ताओं और सदस्यों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इस भव्य आयोजन के सफलता के पीछे एसोसिएशन के सदस्यों की कड़ी मेहनत और समर्पण है।
मुख्य अतिथि चौधरी सुखराम ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए एसोसिएशन के आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने युवाओं को अपने जीवन के लक्ष्य की ओर मेहनत करने की सलाह दी और बेटियों के प्रति अपने प्यार का इज़हार करते हुए उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश के हाटी मुद्दे के शीघ्र समाधान की भी कामना की।
रीना कश्यप ने भी युवाओं को कड़ी मेहनत और संघर्ष के महत्व पर बल दिया और देवभूमि की गरिमा को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
अध्यक्ष फकीर चंद चौहान ने एसोसिएशन के संस्थापकों और वरिष्ठ सदस्यों की सराहना की, जिनकी मेहनत के कारण एसोसिएशन आज अपने बरगद रूपी स्वरूप में है। उन्होंने पूर्व अध्यक्षों राजेंद्र शर्मा, इकबाल सहोता और मयंक शर्मा के योगदान की भी सराहना की।
समारोह के दौरान पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ और कॉलेज के कलाकारों ने हिमाचल की संस्कृति और लोक गीतों की शानदार प्रस्तुति दी, जबकि मुख्य आकर्षण के रूप में प्रसिद्ध कलाकार वर्षा ठाकुर और अजु तोमर ने अपनी संगीतात्मक प्रस्तुतियां दीं।
एसोसिएशन के यूथ विंग के अध्यक्ष श्री किरनेश ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए एसोसिएशन के समाजसेवी कार्यों का उल्लेख किया और सभी अतिथियों, गणमान्य व्यक्तियों, विश्वविद्यालय के अधिकारियों, और हिमाचल के कलाकारों का आभार व्यक्त किया।
समारोह का समापन ‘जय देवभूमि, जय सिरमौर, जय हाटी जय माटी’ के जयघोष के साथ हुआ।