न्यायिक जांच की आड़ में पुलिस प्रशासन द्वारा राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण- दिशांत जरयाल

रामकृष्ण मिशन मंदिर में हुई घटना पर राजनीतिक द्वेष के तहत की जा रही एक तरफी कार्यवाही : अभाविप

रिपब्लिक भारत न्यूज़ 12-12-2024

आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत सह मंत्री दिशांत जरयाल ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन होने के नाते अपने स्थापना दिवस से लेकर 76 वर्षों की गौरव शाली यात्रा पूरी कर चुकी है परिषद अपने स्थापना काल से ही छात्र हित और समाज हित के लिए आवाज बुलंद करती आई है।

इसी संदर्भ में जरायल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि बीते दिनों रामकृष्ण मिशन मंदिर में कोई घटना होती है जिस समय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मंदिर में अपनी आस्था को लेकर जाते हैं लेकिन जिस मंदिर को मंदिर के अनुयाई आस्था का केंद्र मानते थे उसी समय बाहरी राज्यों से आए हुए कुछ उपद्रवियों द्वारा रामकृष्ण मिशन मंदिर में जबरन घुसपैठ की इस घटना को देखते हुए जब स्वामी रामकृष्ण मिशन के अनुयायियों ने बाहरी राज्यों से आए लोगों से मंदिर से बाहर जाने के लिए आग्रह किया तो वहां पर भारी राज्यों से लोगों ने धक्का मुखी गाली गलौज और मंदिर की आस्था भंग करने जैसे काम  को अंजाम दिया।

इसी घटना को मध्य नजर  रखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा विद्यार्थी परिषद की कार्यकर्ताओं के ऊपर एक ही घटना के लिए पांच एफ आई आर अलग-अलग धाराओं के अंतर्गत दाखिल की जाती है। जिसमें यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र परीक्षा नहीं दे पा रहे हैं। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को पुलिस प्रशासन थाने बुलाकर के दिन भर मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है।

जिसके तहत विद्यार्थी परिषद जिला शिमला के कार्यकर्ता अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी को मिलते हैं और ज्ञापन के माध्यम से पुलिस प्रशासन द्वारा एक तरफा कार्यवाही परिषद के कार्यकर्ताओं को दिनभर थाने बिठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करना न्यायिक जांच के नाम पर राजनीतिक द्वेष से एक तरफ कार्रवाई करना जैसी सभी घटनाओं से अवगत करवाया। कानून एवं व्यवस्था अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी से आग्रह किया और बताया की राजनीतिक द्वेष के कारण कैसे दो दिनों के अंदर एसपी शिमला द्वारा थाने के अधिकतर अधिकारियों का तबादला कर दिया गया और पुलिस अधीक्षक का इस घटना में हस्तक्षेप करना और जो लोग बाहरी राज्यों से आए थे उन लोगों पर उचित कार्रवाई न करना व सभी को घटना स्थल से फरार करवा देना जैसे मामलों में सम्मिलित पाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।

विद्यार्थी परिषद ने दंडाधिकारी से आग्रह किया की पुलिस प्रशासन का रवैया परिषद के कार्यकर्ताओं के प्रति यदि ऐसा ही रहा तो आने वाली समय में परिषद कड़ा आंदोलन प्रशासन के खिलाफ करेगी जिसका प्रशासन स्वयं जिम्मेदार रहेगा। विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के ऊपर एक तरफा कार्रवाई करने वाले जिला शिमला के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए वह राजनीतिक देश के चलते विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के ऊपर जो मानसिक प्रताड़ना की जा रही है उसके जिम्मेदार पुलिस अधीक्षक शिमला हैं। आत: एक तरफा कार्रवाई करने वी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने पर पुलिस अधीक्षक पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। अगर प्रशासन विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर एक तरफा कार्रवाई कार्य भैया ऐसे ही बरकरार रहता है तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में बड़े से बड़ा आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेदार प्रशासन स्वयं होगा।

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