अमर शहीद कमलकांत के पेतृक गांव कोटड़ी व्यास स्थित समृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर दी भावभीनी श्रद्धांजलि

रिपब्लिक भारत न्यूज़ 08-09-2024

अमर शहीद कमलकांत के पैतृक गांव कोटड़ी व्यास स्थित समृति स्थल पर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र एवं परिवार व गांवसियों ने मिलकर अमर शहीद कमलकांत को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद कमलकांत अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारीयों ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन पराक्रम में भारत माता की सीमाओं की रक्षा के लिए दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा।


भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारियों ने शहीद कमलकांत के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। शहीद सिपाही कमलकांत 1999 में 4वीं ग्रीनेडियर बटालियन मे सेना में भर्ती हुए। 2002 में ऑपरेशन पराक्रम के अंतर्गत कश्मीर में तैनात थे। 8 सितंबर 2002 को सिपाही कमलकांत ने दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना मातृभूमि की रक्षा में लीन होकर अंततः वीरगति को प्राप्त हुए। वह अविवाहित थे। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही कमलकांत के बलिदान पर गर्व है।


सनंद रहे कि गत माह ही शहीद की वीरमाता कपली देवी का स्वर्गवास हुआ है। भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब एवं शिलाई क्षेत्र के सदस्यों ने श्रद्धांजलि देने के उपरांत घर पहुंच कर परिवार के सदस्यों से भेंट कर सांत्वना दी तथा वीरमाता के निधन पर शोक जताया। वीरमाता कपली देवी के देहांत के बाद शहिद कमलकांत के परिवार में शहीद के भाई काबुल सिहं व भाभी मीरा देवी तथा उनके बच्चे है।

इस मौके पर शहीद कमलकांत के भाई काबुल सिहं व परिवार के सदस्य तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से उपाध्यक्ष नरेंद्र ठुंडू, सह-कोशाध्यक्ष सुखविंदर सिहं, मीडिया प्रभारी नरेश कुमार, दिनेश ठुंडू, तोताराम के अलावा हरविंदर, सुरेन्द्र व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विधालय कोटड़ी व्यास के छात्र व कई गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *