रिपब्लिक भारत न्यूज़ 12-09-2024
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया है कि यह मस्जिद कोरोना काल मे बनाई गई। उस समय बीजेपी की सरकार थी और नगर निगम में भी बीजेपी के मेयर थे। अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि इस मस्जिद के निर्माण के लिए पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने 12 लाख दिए इसके अलावा दो लाख प्लानिंग हेड से अतिरिक्त दिए गए है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मस्जिद के अवैध निर्माण के लिए सरकारी पैसे को लेकर जांच करने की बात कही। उन्होंने कहा कि संजौली में बीते दिन जो प्रदर्शन हुआ है उसमें बीजेपी नेता शामिल थे और कुछ शरारती तत्वों द्वारा पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 6 पुलिस जवान घायल हुए है और पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा। यह किसी धर्म से संबंधित मामला नहीं था बल्कि अवैध निर्माण से संबंधित मामला था और इसको लेकर कानून के तहत ही कार्रवाई अमल में लाई जा रही है लेकिन कुछ लोगों ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए संजौली में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।
अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि प्रदेश भर में डर का माहौल बनाया जा रहा है लेकिन इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज मुस्लिम समुदाय ने पूरे देश मे एक मिसाल पेश की है और नगर निगम के आयुक्त को उन्होंने पत्र लिखकर अवैध निर्माण को सील करने का आग्रह किया है यही नहीं मुस्लिम पक्ष ने जो अवैध निर्माण है उसे खुद तोड़ने की भी बात कही है। जो की एक सरहानीय कदम है।
वही मामले में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि संजौली में अवैध निर्माण को लेकर सरकार गंभीर है और बीते दिन संजौली में धरना प्रदर्शन किया उसको लेकर सरकार ने गंभीरता से लिया और माहौल ठीक रखने का प्रयास किया। प्रदेश की अंतरिम सुरक्षा बनी रही, इसको लेकर सरकार गंभीर है वहीं संजौली मस्जिद को लेकर मुस्लिम पक्ष द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए और कमेटी ने नगर निगम के पास पहुंचकर अवैध निर्माण को सील करने का आग्रह किया और जो अवैध निर्माण है उसे स्वयं तोड़ने का प्रस्ताव रखा है। कमेटी के इस फैसले का हम सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि शिमला में तहबाजारियों को लेकर कमेटी का गठन किया जा रहा है।