बड़ा फैसला: करोड़ों के बैंक घोटाले में 7 कर्मचारी निलंबित 10 को नोटिस जारी; सीबीआई करेगी जांच

रिपब्लिक भारत न्यूज़ 20-08-2024

हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा कार्यालय नौहराधार, जिला सिरमौर में घटित धोखाधड़ी की घटना का गंभीर संज्ञान लेते हुए बैंक प्रबन्धन ने प्रथम दृष्टया संलिप्त 07 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा 10 कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही अमल में लाने हेतू उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।

इसके अतिरिक्त शाखा में तैनात अन्य कर्मचारियों को भी दूसरी जगहों को स्थानान्तरित कर दिया है, साथ ही इस मामले में विभागीय जांच के तुरन्त आदेश जारी कर विस्तृत जानकारी जुटाई जा जारी है।

हिमाचल प्रदेष राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम ने कहा कि इस प्रकार की घटनायें बैंक के लिए बेहद ही चिन्तनीय व अस्वीकार्य है।घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि बैंक के ही एक सहायक प्रबन्धक द्वारा फर्जी ऋण खाते खोलकर बैंक राशि का गबन किया गया।प्रारंभिक जांच के अनुसार अभी तक मु. 4.02 करोड़ के लगभग की गबन राशि का पता चला है और विस्तृत विभागीय जांच जारी है। गहन जांच पड़ताल उपरांत ही सही पता चल पायेगा कि संबंधित कर्मचारी ने कितनी राशि की हेराफेरी की है।

उन्होंने आगे बताया कि बैंक प्रबन्धन ने इस मामले को अति संवेदनशील मानते हुए तथा नाबार्ड द्वारा तय मानदंड़ो के अनुरूप इसकी जांच सीबीआई से करवाने का निर्णय लिया है और यह पूरा मामला उन्हें जांच हेतू भेज दिया है।

उन्होंने बैंक के सभी ग्राहकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा बैंक में जमा की गई पूंजी पूरी तरह से सुरक्षित है और उन्हें किसी प्रकार की चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है।

बैंक अपने ग्राहकों के प्रति पूरी निष्ठा रखता है और समर्पित भाव से उन्हें सभी प्रकार की बैंकिंग सेवायें प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। हमारे बहुमूल्य ग्राहक पूर्व की भांति सभी प्रकार के लेन-देन व ऋण सुविधायें बैंक से ले सकते हैं।

 

उन्होंने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि बैंक द्वारा पहले ही इस प्रकार के मामलों के निपटान हेतू व्यवस्था लागू की गई है और अगर इस प्रकरण उपरांत किसी भी ग्राहक को कोई वितीय नुकसान होता है तो उसकी भरपाई बैंक द्वारा की जाएगी।

बैंक के प्रबन्ध निदेषक श्रवण मांटा ने इस प्रकरण पर बोलते हुए कहा कि चूंकि बैंक कर्मचारी संस्था की रीढ़ हैं और उनके द्वारा इस प्रकार की धोखाधड़ी को अंजाम देना बैंक व ग्राहक समुदाय के साथ जघन्य विश्वासघात है।

जहां उनसे पूरी निष्ठा, लग्न, ईमानदारी व अच्छे आचरण की अपेक्षा की जाती है इस प्रकार के कृत्यों को अंजाम देना किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि बैंक प्रबन्धन ने इस घटना का कड़ा संज्ञान लिया है और इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच जारी है। जो कर्मचारी इस पूरे प्रकरण में संलिप्त पाया जायेगा उसे किसी भी सूरत में बक्षा नहीं जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।

उन्होंने आगे कहा कि बैंक इस दिशा में भी कार्य कर रहा है कि भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी या जालसाजी की पुर्नावृति न हो उसके लिए जो भी आवष्यक कदम या प्रावधान करने की जरूरत होगी बैंक सख्त से सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

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