रिपब्लिक भारत न्यूज़ 21-12-2024
20 दिसंबर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल द्वारा विधानसभा धर्मशाला में छात्र मांगो हेतु माननीय शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर जी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें विद्यार्गी परिषद द्वारा प्रदेश भर के छात्रों एवं युवाओं की मांगे रखी गई।
प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार द्वारा जो छात्र विरोधी निर्णय हाल ही में लिया गया है वह युवाओं के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। प्रति घंटा आधार पर अतिथि अध्यापको की नियुक्ति का निर्णय हजारों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, न केवल शिक्षाविरोधी है बल्कि रोजगार विरोधी भी है अतः अतिथि शिक्षकों की भर्ती का फैसला वापस लिया जाए।
साथ ही पिछले कई लम्बे समय से कुलपति न होने की वजह से प्रदेश प्रसाशनिक समस्याओं से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय व कृषि विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति की जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए
एवं पिछले कई वर्ष से लंबित पड़े हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला परिसर हेतु प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाली धनराशि को तुरंत जमा करवाया जाए ताकि जल्द से जल्द भवन निर्माण शुरू किया जाए। साथ ही साथ शिक्षण संस्थानों के साथ राजनीती न करते हुए सरदार पटेल विश्वविद्यालय का दायरा बढ़ाया जाने की व स्थाई भवन विश्वविद्यालय को दिए जाने की मांग रखी गई।
इसके साथ एक और अन्य मांग विद्यार्थी परिषद द्वारा रखी गई जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा निति विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर इस नीति के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा और ऑडिट के लिए विशेष समितियां गठित की जानी चाहिए साथ ही शिक्षा को समग्र और बहुविषयक बनाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों को उन्नत करना अत्यंत आवश्यक है। सभी संस्थानों को भारतीय परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित पाठ्यक्रम और शैक्षणिक केंद्रों को आरंभ करने की मांग रखी गई।
प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने कहा कि यह सभी मांगे वर्तमान में प्रदेश की युवा शक्ति और छात्र शक्ति की मांग है। अगर जल्द से जल्द यह सभी मांगे पूरी नहीं की गई तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश सरकार के खिलाफ एक बड़ा एवं उग्र आंदोलन खड़ा करेगी जिसका खामियाजा सरकार को स्वयं भुगतना पड़ेगा।