रिपब्लिक भारत न्यूज़ 07-07-2024
हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवम सहायिका यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से जुड़े विभिन्न मसलों पर मंथन हुआ। यूनियन ने आउटसोर्स आधार पर एनटीटी भर्ती का कड़ा विरोध किया।
यूनियन के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें 6297 पद आउटसोर्स पर आठ हजार प्रति माह की दर से भरे जा रहे हैं। पिछले पचास वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेवाएं देती आ रही हैं और उनके स्थान पर प्री-प्राइमरी एनटीटी शिक्षकों को भर्ती करना अनुचित है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने एनटीटी भर्ती में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 30 प्रतिशत कोटा देने की बात कही है, लेकिन यह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए घाटे का सौदा है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले पचास वर्षों से एनटीटी का कार्य कर रही हैं, इसलिए उन्हें वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर एनटीटी के पद पर पदोन्नति देकर नियमित किया जाना चाहिए।
जितेंद्र वर्मा ने यह भी कहा कि एनटीटी भर्ती नीति से एनटीटी शिक्षकों का भी शोषण हो रहा है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी परेशानी में डाला जा रहा है। यूनियन ने शिक्षा विभाग को चेताया कि एनटीटी भर्ती करने से पहले एनटीटी डिप्लोमा की जांच की जाए और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 70 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो कोर्ट का रुख किया जा सकता है।
जितेंद्र वर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले पचास वर्षों से एनटीटी का कार्य कर रही हैं और हमें वरिष्ठता और योग्यता के आधार पर नियमित किया जाना चाहिए। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।