जिले के 117000 से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित, अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 03-09-2025
कुमार सोनी, अमृतसर/अजनला
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती साक्षी साहनी और जिला पुलिस प्रमुख मनिंदर सिंह ट्रैक्टर पर सवार होकर रावी से सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों, यानी रमदास से आगे के गाँवों में रहने वाले लोगों का हालचाल जानने पहुँचे। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त रोहित गुप्ता, एसडीएम अजनाला रविंदर सिंह, खुशाल सिंह धालीवाल, सचिव रेडक्रॉस सैमसन मसीह और राहत कार्यों में लगे अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। उक्त टीम कई किलोमीटर तक पानी में नंगे पाँव चलकर आरेया, बौली, मौली आदि गाँवों और शिविरों में रहने वाले लोगों तक पहुँची। उन्होंने लोगों का हालचाल पूछा और उनके घरों, बाहरी इलाकों और पशुओं को हुए नुकसान का आकलन किया।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि डॉक्टरों और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों सहित हमारी टीमें इन लोगों की मदद के लिए हर समय यहां तैनात हैं। उपायुक्त ने उन लोगों से राहत शिविरों में पहुंचने की अपील की जिनके घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो। उन्होंने कहा कि ये वे लोग हैं जो अपने घरों की सुरक्षा या अन्य जरूरतों के कारण पानी से घिरे होने के बावजूद अपने घर खाली नहीं कर पाए। उन्होंने अधिकारियों को इन लोगों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि जिले के 140 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जिसमें एक लाख 17 हजार से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा 6 मवेशियों की मौत, 73 घरों के नष्ट होने, लगभग 23 हजार हेक्टेयर फसल नष्ट होने और कृषि यंत्रों के क्षतिग्रस्त या बह जाने की सूचना है।
उपायुक्त ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 16 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां से जरूरतमंदों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, पशुओं को चारा उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा, चिकित्सा दल यहाँ मनुष्यों और पशुओं का उपचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्राकृतिक आपदा से जो नुकसान हुआ है, उसे हम बचा तो नहीं पाए, लेकिन भविष्य में किसी भी लापरवाही के कारण कोई नुकसान न हो।