भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र ने केंद्र सरकार का जताया विशेष आभार
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 03-10-2025
भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब – शिलाई क्षेत्र पिछले 8 वर्षों से जिला सिरमौर के राजबन में बंद पड़े केंद्रीय विद्यालय को पुनः शुरू करने या नये स्थान पर केंद्रीय विद्यालय के लिए हर मंच पर आवाज को बुलंद करता रहा है। जिला सिरमौर के राजबन में 2002 से पूर्व केंद्रीय विद्यालय हुआ करता था जिसके अंतर्गत यहां पर 35 कमरों का भवन और दो खेल के मैदान आते थे। लेकिन किसी अज्ञात कारणवश 2002 में यह केंद्रीय विद्यालय बंद हो गया। वर्तमान में इस भवन में एक निजी कॉलेज चल रहा है।
भूतपूर्व सैनिक संगठन ने केंद्रीय विद्यालय को खोलने हेतु संबंधित विभागों से सालों से पत्राचार किया है लेकिन काफी समय तक इस संदर्भ में कोई सार्थक प्रगति देखने को नहीं मिली। लेकिन गत वर्ष केंद्र सरकार ने पूरे देश में दर्जनों केंद्रीय विद्यालय खोलने की घोषणा से
सिरमौर के केंद्रीय कर्मचारियों में भी विधालय खुलने की आस जगी।
शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप द्वारा केंद्रीय विद्यालय के मुद्दे को हर मंच पर उजागर किया। इसमें स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी के अलावा तत्कालीन भाजपा सरकार का भी सहयोग रहा। जिससे जिले के केंद्रीय कर्मचारियों और उनके आश्रितों को नई उम्मीद दिखाई देने लगी।
सांसद सुरेश कश्यप ने इस मांग को लोकसभा में सरकार के समक्ष रखा और केंद्रीय शिक्षा मंत्री से भी विशेष आग्रह करते रहे कि हिमाचल के इस दूरदराज व दुर्गम जिले में केंद्रीय विद्यालय को शीघ्र अति शीघ्र शुरु करने का आग्रह किया। ताकि जिले के केंद्रीय कर्मचारियों को इसका लाभ मिल सके और जिले के विद्यार्थियों में शिक्षा स्तर में सुधार हो सके और स्थानीय क्षेत्र और जनता को भी केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं का लाभ मिल सके।
केंद्रीय विद्यालय की अधिसूचना जारी करने के लिए समस्त भूतपूर्व सैनिकों, वीरनारियों, सैनिकों एवं आश्रितों तथा केंद्रीय कर्मचारियों ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र के संरक्षक कैप्टन (रि०) डॉ एसपी खेड़ा, अध्यक्ष करनैल सिंह, उपाध्यक्ष रामभज धीमान व हरिंदर सिंह, सचिव ओम प्रकाश, पूर्व अध्यक्ष विरेंद्र सिंह चौहान, पूर्व उपाध्यक्ष व पूर्व सचिव नरेंद्र ठुंडू, नेत्र सिंह, दिनेश ठुंडू के अलावा कई लोग मौजूद रहे।
उपस्थित पदाधिकारिओं ने वीरनारियों, आश्रितों, सैनिकों तथा भूतपूर्व सैनिकों की तरफ से केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। साथ ही राज्य सरकार से आहवान किया की विधालय के लिए शीघ्र अति शीघ्र भूमि आवंटित की जाए ताकि जल्दी ही विधालय धरातल पर सूचारु रूप से शरु हो सके।