रिपब्लिक भारत न्यूज़ 17-11-2024
कृषि विभाग के सचिव सी. पालरासू ने कृषि विभाग को निर्देश जारी किए हैं कि वह किसानों व बागबानों से बाड़बंदी के लिए नए सिरे से आवेदन लेने शुरू कर दें। ये आवेदन सोलर फेेंसिंग के लिए नहीं होंगे, बल्कि कांटेदार तारबंदी के लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांटेदार तारबंदी के लिए जो भी आवेदन आएं, उन्हें अप्रूवल के लिए विभाग को भेजा जाए, ऐसा फील्ड के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही सरकार विभाग को इसके लिए बजट भी उपलब्ध करवा देगी। शनिवार को ही इस पर निर्देश जारी हुए हैं, जिसमें कहा गया है कि किसानों व बागबानों को 70 फीसदी सबसिडी जारी रहेगी।
इसी योजना को सफल बनाने के लिए वर्ष 2015-16 में यहां पर सोलर फेंसिग योजना को शुरू किया गया था, मगर विभाग के अनुसार इसका ज्यादा असर नहीं दिख रहा है और लोग भी पसंद नहीं कर रहे हैं।
ऐसे में बाड़बंदी की डिमांड है और कांटेदार तार व चेन लिंक को लोग पसंद कर रहे हैं। इसलिए अब सरकार सोलर फेंसिंग की जगह कांटेदार तार व जाली से बाड़बंदी करना चाहती है। कांटेदार तार व जाली से बाड़बंदी के लिए सुक्खू सरकार किसानों को 70 फीसदी की सबसिडी का लाभ देगी। बाकी का पैसा किसानों को अपनी जेब से खर्च करना होगा। जिन किसानों व बागबानों ने पहले ही सोलर फेंसिंग के लिए आवेदन किया है, अब उन्हें भी नए सिरे से कांटेदार तार व जाली के लिए आवेदन करना होगा।
कृषि विभाग के सभी उपनिदेशकों व अन्य फील्ड स्टाफ को इसको लेकर किसानों के बीच प्रचार व प्रसार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए लोक मित्र केंद्र से अपना आवेदन कर सकते हैं। वहीं, लोहे के एंगल के साथ छह फुट ऊंची कांटेदार तार बाड़ लगाने के लिए 416 रुपए की जगह 291 रुपए प्रति मीटर की दर से अनुदान दिया जाएगा। इसी तरह से लोहे के एंगल के साथ जालीदार तार की बाड़ लगाने पर 640 की जगह 448 रुपए प्रति मीटर की दर से अनुदान मिलेगा।