रिपब्लिक भारत न्यूज़ 16-02-2025
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर इसे 6.5 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया है। इस फैसले से लोन की ब्याज दरों में गिरावट आएगी, जिससे होम लोन, ऑटो लोन और अन्य कर्ज सस्ते हो जाएंगे। साथ ही, मौजूदा लोन की ईएमआई में भी कमी आएगी। यह बदलाव 2023 के बाद पहली बार हुआ है।
ब्याज दरों में कटौती का मुख्य कारण महंगाई को नियंत्रित करना और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना है। जब इकोनॉमी कमजोर होती है, तो सेंट्रल बैंक ब्याज दरें कम करके मनी फ्लो को बढ़ाने की कोशिश करता है। इससे लोग और व्यवसाय अधिक कर्ज ले सकते हैं, जिससे बाजार में नकदी प्रवाह बढ़ता है और आर्थिक गतिविधियां तेज होती हैं।
ब्याज दरों में कटौती का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई कम होगी, जिससे मासिक खर्च कम होगा और बचत बढ़ेगी। नए लोन लेने वालों को भी इसका फायदा मिलेगा।