रिपब्लिक भारत न्यूज़ 27-04-2025
हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ तथा हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने चोड़ा मैदान शिमला में प्राथमिक शिक्षकों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्राथमिक शिक्षक संघ के नेताओं के निलंबन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार की सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही लोकतांत्रिक व्यवस्था के मूल सिद्धांतों के विपरीत हैं तथा इससे कर्मचारियों तथा सरकार के मध्य टकराव की स्थिति उत्पन्न होगी जो प्रदेश की जनता मुख्यत विद्यार्थियों के हित में नहीं हैं।
संघ अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सभी को अपनी मांग रखने की आजादी मिलनी चाहिए। कर्मचारियों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन की यह अभूतपूर्व घटना नहीं हैं पूर्व में भी कर्मचारी संगठनों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला तथा राज्य स्तर पर प्रदर्शन किए है ।
संघ अध्यक्ष ने माननीय शिक्षा मंत्री महोदय से निवेदन किया कि वह इस विषय में हस्तक्षेप कर इस निलंबन को रद्द करवाए तथा प्राथमिक शिक्षक संघ से वार्ता कर उनकी मांग का न्यायोचित समाधान करे। पुंडीर ने कहा कि बुनियादी शिक्षा प्रदेश की शिक्षा प्रणाली की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं और इस कड़ी की मजबूती में प्रारंभिक शिक्षकों का योगदान नकारा नहीं जा सकता । अतः शिक्षा विभाग में किए जा रहे मौलिक परिवर्तन में शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों के सुझाव को भी महत्व दिया जाना चाहिए ।
सुरेंद्र पुंडीर ने शिक्षा व्यवस्था में किए जा रहे बदलाव को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि इन सुधारो को व्यवहारिक रूप देने के लिए विद्यार्थियों, अभिभावकों तथा शिक्षकों को विश्वास में लिया जाना अनिवार्य हैं तथा व्यवस्था परिवर्तन के पीछे नीति निर्धारकों की मूल अवधारणा को कार्यकारी संस्था अथवा संचालकों को समझाया जाना चाहिए ताकि दोनों वर्ग टकराव के स्थान पर सहयोग की भावना से विद्यार्थियों के हितार्थ किए जा रहे परिवर्तन को व्यवहारिक रूप देने में एक दूसरे के पूरक बने।
संघ अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में किए जा रहे अभूतपूर्व तथा मौलिक परिवर्तन को व्यवहारिक रूप देने के लिए शिक्षा व्यवस्था से जुड़े एवं प्रभावित होने वाले सभी स्टेकहोल्डर्स , विद्यार्थियों , अभिभावकों एवं शिक्षकों के सुधारात्मक सुझाव पर गंभीरता से मंथन किया जाना चाहिए।