फर्जी कॉल सेंटर में 80 से अधिक महिलाएं करती थी काम
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 20-09-2025
कुमार सोनी, अमृतसर
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने एक बेहद संगठित फ़र्ज़ी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करके एक बड़ी सफलता हासिल की है। जो देश भर में बेख़बर लोगों को ठग रहा था। इस धोखाधड़ी वाले कॉल सेंटर में 80 से अधिक महिला कर्मचारी काम करती थीं। यह महिलाएं एक बिल्डिंग जो सी-ब्लॉक, रंजीत एवेन्यू, अमृतसर में स्थित थीं इन्हें ओएलएक्स प्लेटफ़ॉर्म पर डुप्लीकेट एप्पल आई फोन व सैमसंग S24 मोबाइल को पोस्ट करके ग्राहकों को लुभाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया था। अपराधी धोखाधड़ी करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करते थे । खरीदारों को ठगने के लिए नकली उपकरणों की आकर्षक तस्वीरें साझा करते थे।
सोशल मीडिया पर दिखाए गए प्रत्येक हैंडसेट (मोबाइल फ़ोन) की कीमत लाखों में थी।
गिरोह रोज़ाना 30-40 नकली फ़ोन बेचता था, जिससे प्रतिदिन लगभग 6 लाख रुपए का अवैध कारोबार होता था। पीड़ितों को यह विश्वास दिलाया जाता था कि वह असली लग्ज़री गैजेट खरीद रहे हैं, लेकिन बदले में उन्हें नकली फ़ोन मिलते थे।
छापेमारी के दौरान पुलिस को विभिन्न कंपनियों के 47 मोबाइल फ़ोन 29 सक्रिय सिम के साथ 8 अतिरिक्त सिम कार्ड, धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए 6 लैपटॉप पकड़े है इस संबंध में अमृतसर के कमिश्नरेट पुलिस के साइबर क्राइम थाने में दिनांक 15.09.2025 को भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 336(2), 338, 340(2), 336(2), 61(2), 103 और 104, कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की धारा 63 और आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 66-डी के तहत मुकदमा संख्या 40 दर्ज किया गया है।
आरोपी राघव भारद्वाज, पुत्र अजय कुमार, निवासी पवन नगर, बटाला रोड, अमृतसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके मुख्य साथी अंकित गंगोत्रा, निवासी विजय नगर, अमृतसर की तलाश जारी है।