रिपब्लिक भारत न्यूज़ 20-10-2025
अमृतसर,कुमार सोनी

फिक्की फ्लो अमृतसर की अध्यक्ष श्रीमती मोना सिंह ने कहा कि बीते छह महीने के कार्य करुणा की एक यात्रा रहे हैं। मोना सिंह अपनी टीम सहित अमृतसर क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में फिक्की फ्लो ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, स्थिरता व महिला सशक्तिकरण इत्यादि के क्षेत्रों में 28 से अधिक प्रभावशाली पहलें कीं हैं, जिनमें शहर व गोद लिए गए कई गाँवों में हजारों लोगों के जीवन में सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा मिशनदीप ट्रस्ट में राहत किट और स्कूल यूनिफॉर्म वितरित करने से लेकर पाँच गाँवों को सतत विकास के लिए गोद लेने तक, फिक्की फ्लो ने ज़मीनी स्तर पर सहानुभूति और समर्पण के साथ कार्य किया हैं। ड्रोन सिस्टर्स, ब्लूमिंग भारत व ऊर्जा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम जैसी पहलें इस बात का उदाहरण हैं कि सच्चा सशक्तिकरण नवाचार व मानवता के संगम में निहित है।
मोना सिंह ने कहा इस अध्याय का प्रमुख कार्यक्रम बाज़ार सर्कल ऑफ़ केयर” बेहद सफल रहा, जिसमें 5,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया और 60 से ज़्यादा स्टॉलों पर महिला उद्यमियों, कारीगरों और एमएसएमई को प्रदर्शित किया गया।
इस कार्यक्रम से प्राप्त राशि पंजाब बाढ़ राहत कार्य में उपयोग की गई। इसके अतिरिक्त, फिक्की फ्लो ने श्री हरिमंदिर साहिब को 10 व्हीलचेयर दान कीं तथा पाँच ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहयोग प्रदान किया। उन्होंने कहा बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मोमबत्ती निर्माण, हथकरघा, कला, नाखून डिज़ाइन, तैराकी और पथचित्रा जैसी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। वहीं, अपोलो, सोलवर्सिटी और स्कूल ऑफ मेटाफिजिक्स के साथ सहयोग ने शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने मीडिया के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें संगठन की कहानी का अभिन्न हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में संगठन नई ऊर्जा के साथ अवसरों का सृजन, आशा का प्रसार और एक अधिक करुणामय अमृतसर के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर तन्या खन्ना (सीनियर वाइस चेयरपर्सन), हरसिमरन (वाइस चेयरपर्सन), रमिंदर ग्रोवर (सह-संयुक्त कोषाध्यक्ष), मिन्नी संधू (प्रशासनिक प्रमुख), डॉ. सरिता नागरा (प्रशासनिक प्रमुख), निधि भल्ला, प्रणति भल्ला, कावेरी बहल, श्रद्धा सचदेवा, डॉ. पूर्णिमा व शीतल सहित कई सदस्य उपस्थित थीं।


